छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में हुए नक्सली हमले में एक मीडियाकर्मी और दो पुलिसकर्मियों की जान चली गई है। हादसे के बाद दंतेवाड़ा के एसी अभिषेक पल्लव इनके बारे में बताते हुए रोने लगे। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही दर्दनाक हादसा है। उन्होंने कहा कि दो-तीन दिन पहले भी यहां मीडिया कर्मी आए थे। यहां गांव के लोगों ने मीडिया कर्मियों से खूब बात की और कहा कि वह कैसे 30 साल बाद पहली बार चुनाव में हिस्सा लेंगे और वोट करेंगे।
गांव के लोगों ने मीडियाकर्मियों से आपबीती बताई कि उन्हें नक्सलियों ने कितना परेशान किया है। उन्होंने कैसे यह रोड उनके लिए लाइफ लाइन है। उन्होंने दस दिन नक्सिलिओं से मार खाने के बाद भी रोड बनाने का फैसला किया। गांव वालों ने एक भी बात नक्सलियों की नहीं सुनी। एसपी ने कहा कि गांव वालों ने मुझसे भी कहा कि सर हम मर जाएंगे लेकिन रोड बनाकर रहेंगे। इसके बाद यह सभी बातें मीडिया के माध्यम से बाहर जाने लगीं तो नक्सलियों ने मीडियाकर्मियों को टारगेट किया।
अगर मीडियाकर्मियों को धक्का नहीं दिया होता तो दो और मीडियाकर्मी मारे जाते
एसपी ने कहा कि रात जब फायरिंग शुरू हुई तो उन्होंने पुलिस को नहीं बल्कि मीडिया को टारगेट किया। उन्होंने कहा कि इस दौरान पुलिस ने अगर मीडियाकर्मियों को धक्का नहीं दिया होता तो दो और मीडिया कर्मी इस हादसे में मारे जाते।
बता दे कि कवरेज करने के लिए दूरदर्शन की तीन सदस्यीय टीम छत्तीसगढ़ पहुंची थी। तभी वे नीलवाया के जंगल में नक्सलियों के एंबुश में फंस गए। कुछ दिन पहले माओवादियों ने कहा था पत्रकारों को खतरा नहीं है। शहीद हुए दो सुरक्षा कर्मियों में एक एएसआई और एक जवान हैं। घायल हुए दो जवानों का नाम जवान विष्णु नेताम और राकेश कौशल है। इनके अलावा एक मीडिया कर्मी और अन्य भी घायल हुए हैं।
छत्तीसगढ़ में नक्सली हमले पर डीआईजी पी. सुंदरराज का कहना है, 'आज हमारी गश्ती पार्टी पर अरनपुर में नक्सलियों ने घात लगाकर हमला कर दिया था। इस हमले में हमारे दो कर्मी शहीद हो गए हैं। साथ ही दूरदर्शन के कैमरामैन भी घायल हो गए थे, जिनकी बाद में मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक जो दो सुरक्षा कर्मी घायल हुए हैं उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है। कैमरामैन का नाम अच्युतानंद साहू है।
खेल मंत्री और आई एंड बी मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर ने छत्तीसगढ़ हमले पर कहा, 'हम कैमरामैन के परिवार के साथ खड़े हैं, हम उनके परिवार का ख्याल रखेंगे। हम उन सभी मीडिया के लोगों को सलाम करते हैं दो कवरेज के लिए ऐसी खतरनाक स्थितियों में जाते हैं, उनकी बहादुरी को याद रखा जाएगा।'
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने इन हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है। डॉ. सिंह ने इस हमले में पुलिस के दो जवानों और दूरदर्शन नई दिल्ली के एक कैमरामेन की शहादत पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने इस हमले की निंदा करते हुए कहा है कि यह नक्सलियों की कायरतापूर्ण और शर्मनाक हरकत है। शहीद जवान और कैमरामेन निर्वाचन जैसे राष्ट्रीय कार्य के लिए अपने कर्तव्यों का पालन कर रहे थे। उन पर हमला करके नक्सलियों ने देश के लोकतंत्र पर हमला किया है, जो निंदनीय है।
उन्होंने आगे कहा, देश, प्रदेश और समाज के सभी लोगों को एक स्वर से उनकी ऐसी हरकतों की कठोर शब्दों में निंदा करनी चाहिए और हिंसा तथा आतंक के खिलाफ सबको एकजुटता का परिचय देना चाहिए। इस नक्सल हमले में पुलिस के उप निरीक्षक श्री रूद्रप्रताप सिंह, सहायक आरक्षक श्री मंगलराम और दूरदर्शन नई दिल्ली के कैमरामेन श्री अच्युतानंद साहू शहीद हुए हैं। मुख्यमंत्री ने घायल जवानों के जल्द स्वास्थ्य लाभ की कामना की है और अधिकारियों को उनका बेहतर से बेहतर इलाज करवाने के निर्देश दिए हैं।
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